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Wednesday, 4 July 2018

जन्मदिन का तोहफा

वो सुबह से कचरे के ढेर खोद रहा था, टूटी हुई खिड़कियों से घरो में घुसपैठ कर रहा था पर उसे निन्ना के लिए कोई तोहफा ना समझ आया I बड़ी सी तोफहे की दुकान भी होती तो भी उसे ना समझ आता कि क्या तोहफा लिया जाये I 'ये परेशानी से तो दुनिया का हर शौहर रूबरू है', खुद से बतियाता रहा और पीछे देखते-देखते आगे...