Bachpan me kiya hoga, aaj firse karo
Jo seekh bhool gaye ho, us chapter ko fir se padh lena chahiye
Jo baatein yaad nahi rehti, vo bhooli nahi jati
Kitab fir se khul jati hai
ही - ही - हिचकी , गले से उभरती हिचकी
कही जुबां पे आते लफ्ज़ो को , लगाम देती एक हिचकी
तो कही उड़ती उड़ान को देख , दिल में उठती हिचकी
कभी एक कहानी को पढ़ , आँसू बनके बहती हिचकी
तो कभी एक लड़ाई में ही , भाई से भाई की होजाती हिचकी
दिल में तूफ़ान है , पर आँखों में है हिचकी
ये जिसकी होजाये , बर्बादी है उसकी
छत पे जाके उड़ा दो फिर से सपनो को
कागज़ बनके उड़ जाएगी हिचकी
ही - ही - हिचकी